सोमवार, 20 अप्रैल 2009

समाजवादी पार्टी का घोषणापत्र

समाजवादी पार्टी ने अपने चुनावी घोषणापत्र में आतंकवाद अ©र आर्थिक मंदी को सबसे बड़ी चुनौती मानते हुए देश के विकास के लिए कृषि, सीमा सुरक्षा, बेरोजगारी तथा बढ़ते भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों को प्रमुखता दी है। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने पार्टी के वरिष्ठ नेता अमर सिंह, फिल्म स्टार और सपा महासचिव संजय दत्त की मौजूदगी में पार्टी का घोषणापत्र जारी किया। यादव ने घोषणापत्र में शामिल किए गए मुद्दों का उल्लेख करते हुए कहा कि आज देश के सामने सबसे बड़ी चुनौती आतंकवाद, आर्थिक मंदी, कृषि अ©र बेरोजगारी है जिसे पार्टी ने अपने घोषणापत्र मे प्रमुख स्थान दिया है अ©र वादा किया कि अगर सपा केन्द्र में सत्तारुढ़ होती है तो वह इन मुद्दों को वरीयता देगी। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अपने घोषणापत्र में वादा किया कि अगर सपा केन्द्र में आई अथवा सपा के समर्थन से जो भी सरकार बनेगी उस पर पड़ोसी देशों से मधुर संबंध बनाने का प्रयास किया जायेगा अ©र सीमा पर बढ़ते आतंकवाद को पूर्ण रूप से समाप्त करने के लिए उसकी जड़ों पर पुख्ता प्रहार किया जाए इसका प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत जैसे कृषि प्रधान देश के समग्र विकास के लिए कृषि को प्राथमिकता, सरहद की सुरक्षा अ©र बेरोजगारी यह तीन महत्वपूर्ण मुद्दे हैं अ©र पार्टी ने इन तीनों बिन्दुअ¨ं को अपने घोषणापत्र में प्रमुख स्थान दिया है। साथ ही साथ अपने तर्क को पुष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने भी खेती को भगवान का दर्जा दिया था। उन्होंने कहा कि पार्टी का स्पष्ट मानना है कि सरहद पर सुरक्षा की समस्या को निपटाने के लिए पड़ोसी देशों- पाकिस्तान अ©र बांग्लादेश से मधुर रिश्ते कायम किए जायें। इससे न तो सरहद की सुरक्षा का सवाल खड़ा होगा अ©र आतंकवाद की समस्या से भी निजात मिल जायेगी। सपा घोषणापत्र में आर्थिक मंदी के मुद्दे पर कहा गया है कि जब कभी भी उपभोक्ता संस्कृति चढ़ाई पर होती है अ©र जीवन में दिखावटीपन आने लगता है तो एक बारगी बाजार का रुख बिगड़ने लगता है इस रुख के बाद बड़ी-बड़ी हस्तियां कमजोर हो जाती हैं। इसी के चलते विश्व के बाजार आर्थिक मंदी से तबाह हैं इसलिए सपा का मानना है जो काम हाथ से होता उसके लिए मशीन की जरूरत नहीं। पार्टी ने कहा है कि वह कम्प्यूटर और अंग्रेजी शिक्षा का विरोध करती है और इसको बंद करेगी। घोषणापत्र में यह भी कहा गया है कि सपा ऊंची तनख्वाहों अ©र सुविधाअ¨ं पर रोक की पक्षधर है। ऊंचे वेतन अ©र न्यूनतम वेतन में एक तर्क संगत संतुलन से ही राष्ट्र में पूंजी का निर्माण हो सकता है। बेरोजगारी पर सपा घोषणा पत्र में कहा गया है कि पार्टी काम के अधिकार को मौलिक अधिकार मानती है अ©र काम न मिलने पर बेकारी भत्ता दिए जाने की समर्थक है। सपा ने अपने घोषणापत्र में हर व्यक्ति को रोटी कपड़ा मकान शिक्षा दवा बिजली अ©र पानी की सुविधा मुहैया कराने का वादा भी किया। सपा ने भारी फीस वसूल करने वाले अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को बंद करने अ©र रोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर पैदा करने के लिए मशीनीकरण पर रोक लगाने की बात भी कही है।

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