सोमवार, 20 अप्रैल 2009

जनता दल युनाइटेड़ का घोषणापत्र

जनता दल युनाइटेड़ ने अपने चुनावी घोषणापत्र में राम मंदिर के निर्माण, समान नागरिक संहिता अ©र अनुच्छेद 370 को समाप्त किए जाने जैसे भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में शामिल विवादित मुद्दों से किनारा करते हुए अपनी धर्मनिरपेक्ष नीति पर कायम रहने अ©र सांप्रदायिक उन्माद को किसी भी हालत में बरदाश्त नहीं किए जाने का वादा किया। जद यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव की मौजूदगी में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी का घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि राम मंदिर के निर्माण, समान नागरिक संहिता अ©र अनुच्छेद 370 को समाप्त किए जाने जैसे विवादित मुद्दों तथा ऐसी किसी भी विचारधारा की उनकी पार्टी हिमायत नहीं करती है। नीतीश ने नए भारत के लिए जद-यू के इरादे को रेखांकित करते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी भाजपा के साथ केंद्र में सत्ता में आती है तो सांप्रदायिक विद्वेष को कतई बरदाश्त नहीं किया जाएगा अ©र पार्टी समानता एवं न्याय पर आधारित ऐसे समाज का निर्माण करना चाहेगी जिसमें जाति संप्रदाय व धर्म के आधार पर बिना भेदभाव किए समाज के सभी तबकों तक विकास का लाभ पहुंचे। जद-यू के चुनावी घोषणापत्र में अल्पसंख्यकों के कल्याण पर विशेष रूप से जिक्र करते हुए कहा गया है कि आर्थिक मुख्य धारा में अल्पसंख्यकों की अरसे से चली आ रही उपेक्षा को दूर करने का प्रयास करेंगे। जद-यू के घोषणा पत्र में कहा गया है कि समेकित कार्य योजना के जरिए अल्पसंख्यक समुदाय खास तौर इस समुदाय की लड़कियों के शैक्षिक गतिरोध को समाप्त करने का प्रयास किया जाएगा।
जद-यू घोषणापत्र में कहा गया है कि गरीब मुसलमानों की शिक्षा में सुधार के लिए बिहार में लागू की गई तालीमी मरकज कार्यक्रम की कामयाबी को देखते हुए इसे व्यापक राष्ट्रीय स्वीकृति दिलाने का प्रयास किया जाएगा। घोषणापत्र में बिहार में जारी दस सूत्री अल्पसंख्यक कल्याण कार्यक्रम की सफलता को देखते हुए इसे पूरे देश में लागू किए जाने के लिए प्रयास किए जाने अ©र उनके कल्याण अ©र समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सच्चर आयोग, रंगनाथ मिश्र की सिफारिशों को लागू किए जाने का वादा किया गया है। जद-यू के घोषणापत्र में दलित मुसलमानों के साथ-साथ दलित इसाईयों को भी संविधान के अनुच्छेद 341 के दायरे में शामिल किए जाने अ©र महादलितों तथा अति पिछड़ी जातियों की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति में सुधार का वादा किया गया है।
जद-यू का घोषणापत्र जारी करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी पार्टी गवर्नेंस अ©र निर्वाचित निकायों में विभिन्न स्तरों पर महिलाअ¨ं की पर्याप्त भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि केंद्र में सत्ता में आने पर जद-यू रोजगार प्राप्ति की प्रक्रिया में तथा कार्य स्थितियों में सुधार के लिए प्रयास करेगी अ©र महिला उद्यमिता के विकास के लिए रियायती ऋण प्रदान करेगी ताकि विकास के इस दौर में उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सके। जद-यू के चुनावी घोषणा पत्र में मौजूदा आर्थिक दिशा को बदल देने, विकास की गाड़ी को फिर पटरी पर लाने की नीति को अपनाने, रोजगार के नए अवसर पैदा करने अ©र समावेशी विकास का प्रयास करने का वादा किया गया है।

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